Blockchain क्या है? Blockchain Technology के बारे में पूरी जानकारी

blockchain kya hai

Blockchain Technology एक डिसेंट्रलाइज्ड सिस्टम है, जो डिजिटल ट्रांज़ैक्शन्स को बिना किसी सेंट्रल अथॉरिटी के रिकॉर्ड और वेरीफाई करता है. जब कोई दो पार्टी लेनदेन करती हैं, तो इस दौरान ट्रांज़ैक्शन्स को ट्रांसपेरेंट और सिक्योर तरीके से प्रोसेस किया जाता है. इसके उपयोग से डेटा की सेफ्टी और ट्रांसपेरेंसी सुनिश्चित होती है. ऐसे में इस तरह के लेनदेन को हैकिंग नहीं की जा सकती है।

Blockchain Technology ने IT industry को पूरी तरह से बदल दिया है. आने वाले समय में रोजमर्रा की जिंदगी में जिन सेवाओं का इस्तेमाल करते हैं उनमें कई सेवाएं ब्लॉकचेन की तकनीक पर आधारित हो सकती हैं.

Blockchain क्या हैं?

Blockchain Technology एक डिसेंट्रलाइजेशन डिजिटल लेज़र है, जो किसी किसी भी कारोबार को सुरक्षित बनाने में मदद करती है. इसमें बिना किसी सेंट्रल अथॉरिटी के क्रिप्टोकरेंसी ट्रांज़ैक्शन को रिकॉर्ड और वेरीफाई करता है. इसके जरिये डिजिटल असेट्स को खरीदने, बेचने या एक्सचेंज करने में आसानी होती है. इस डाटा को किसी के भी द्वारा एक्सेस किया जा सकता है, जिससे ट्रांसपेरेंसी और सिक्योरिटी सुनिश्चित होती है।

ब्लॉकचेन का इस्तेमाल Healthcare, Supply Chain Management और Medical Research जैसी बेहतर टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर सकते है. Bitcoin और Ethereum जैसी क्रिप्टोकरेंसी ट्रांज़ैक्शन को सुरक्षित करने के लिए Blockchain Technology का इस्तेमाल करती है।

Blockchain Technology का आविष्कार किसने किया?

Blockchain Technology का आविष्कार Satoshi Nakamoto ने सन 2008 में किया था. हालाँकि बहुत से लोगो का मानना है कि Satoshi Nakamota नाम का कोई व्यक्ति ही नहीं है ये बस ये काल्पनिक character है. इंटरनेट पर भी इसको लेकर कोई सही जानकारी उपलब्ध नहीं है।

इसको बनाने का उद्देश्य एक decentralized system के जरिये वित्तीय लेन-देन को सुरक्षित रखना है, जिसको कोई भी कण्ट्रोल ना कर सके. कोई भी third party, या कोई भी government, भी इन पैसों को access या monitor नहीं कर सकता।

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Cryptocurrency में Blockchain का इस्तेमाल कैसे करे?

Blockchain Technology का उपयोग मुख्य रूप से Cryptocurrency Exchanges में ट्रांज़ैक्शन को सुरक्षित रखने के लिए किया जाता है. दुनियाभर के क्रिप्टोकरेंसी चाहे वह बिटकॉइन हो या इथेरियम सभी ब्लॉकचेन की तकनीक का इस्तेमाल करते हैं. सभी क्रिप्टोकरंसी अपने ट्रांसेक्शन को सुरक्षित करने, फ्रॉड को रोकने और सिस्टम के अंदर विश्वास बनाए रखने के लिए Blockchain का इस्तेमाल किया जाता है।

ब्लॉकचैन का इस्तेमाल कहा-कहा किया जाता है?

  • सूचना प्रौद्योगिकी और डाटा प्रबंधन 
  • सरकारी योजनाओं का लेखा-जोखा 
  • सब्सिडी वितरण 
  • कानूनी कागज़ात रखने 
  • बैंकिंग और बीमा 
  • भू-रिकॉर्ड विनियमन 
  • डिजिटल पहचान और प्रमाणीकरण
  • स्वास्थ्य आँकड़े
  • साइबर सुरक्षा
  • क्लाउड स्टोरेज
  • ई-गवर्नेंस
  • स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट
  • शैक्षणिक जानकारी 
  • ई–वोटिंग

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Blockchain के लाभ क्या है

Decentralization: Blockchain Technology पूरी तरह से Decentralization System पर आधारित है, जिससे यह पूरी तरह सुरक्षित होती है. ब्लॉकचेन नेटवर्क में सभी डिवाइस को अपडेट करके डेटा इंटीग्रिटी सुनिश्चित करता है।

Accuracy: सभी Blockchain Transactions को हजारों डिवाइस द्वारा वेरीफाई किया जाता है. इस तरह से गलती होने कि सम्भावना कम हो जाती है, यदि कोई गलती होती है, तो उसे Blockchain की एक ही कॉपी में अलग कर दिया जाता है.

Cost Reduction: ब्लॉकचेन बैंक या नोटरी जैसे थर्ड पार्टी के वेरिफिकेशन की जरुरत नहीं होती, जिससे ट्रांज़ैक्शन फीस कम हो जाती है. Bitcoin Transactions में बैंकों द्वारा प्रोसेस्ड क्रेडिट कार्ड पेमेंट की तुलना में कम चार्ज लगता है।

Private Transactions: इसके जरिये user बिना अपनी पहचान बताये Transection को पूरा कर पाते है, जिससे ट्रांज़ैक्शन की ट्रांसपेरेंसी बनाए रखते हुए प्राइवेसी मिलती है. Blockchain पर किसी भी third party या bank का कण्ट्रोल नहीं है।

ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी में पारदर्शिता बनी रहती है क्योंकि नेटवर्क पर सबके पास हर रिकॉर्ड का एक्सेस रहता है. इसके साथ ही यह एक डिसेंट्रलाइज्ड सिस्टम है यानी कि इसपर किसी एक संस्था या व्यक्ति का कंट्रोल नहीं होता है और कोई भी शख्स इसके डाटा को नियंत्रण नहीं कर सकता है।

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