पिछले कुछ सालो में सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) के जरिये निवेश करने वालो की संख्या तेजी से बढ़ रही है. इसकी लोकप्रियता शहरों के साथ गांवो में भी बढ़ रही है और परंपरागत निवेश की तुलना में mutual fund में निवेश करना पसंद कर रहे है।
हालाँकि अधिकतर लोग Mutual Fund में निवेश करने समय काफी गलतिया करते है, जिस वजह से उन्हें उतना अधिक रिटर्न नहीं मिलता, जितना मिलना चाहिए. लेकिन यदि SIP के माध्यम से पैसा जमा करते है तो बहुत ही अच्छा रिटर्न प्राप्त किया जा सकता है।
एसआईपी क्या है? What is SIP Investment
एसआईपी एक निवेश करने का तरीका है, जिसके जरिये म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते है. हाल के दिनों में SIP निवेश लोकप्रिय हो गया है क्योंकि यह लम्बी अवधि के लिए म्यूचुअल फंड स्कीम में निवेश करने का सबसे अच्छा तरीका है. यह निवेशकों को 500 रुपये प्रति माह से निवेश करने की अनुमति देता है, जप समय के के साथ बढ़ता जाता है।
मार्केट में तेजी के बाद मंदी भी आती है और उस वक्त शेयरों में बहुत गिरावट देखने को भी मिलती है. ऐसे में एक सामान्य निवेशक के लिए इस तरह के उतार-चढ़ाव का अंदाजा लगाना और उसके आधार पर निवेश करने का निर्णय लेना काफी मुश्किल होता है. ऐसे लोगों के लिए सिप बेस्ट ऑप्शन है. SIP के जिरए निवेश करना काफी आसान हो गया है।
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SIP करने के फायदे
SIP करने का सबसे बड़ा फायदा ये की इसमें पैसा पूरी तरह सुरक्षित रहता है और आपको कंपाउंडिंग का फायदा मिलता है. यदि आप लम्बी अवधि के लिए निवेश करते है तो तगड़ा रिटर्न मिलने की सम्भावना बढ़ जाती है. इसमें निवेश करने के लिए बड़ी रकम की ज़रुरत नहीं होती और आप थोड़े पैसों में भी अपना निवेश शुरू कर सकते हैं।
अगर आप SIP के जरिये हर महीने सिर्फ 1000 रुपये भी इन्वेस्ट करते हैं तो वो 10 साल में ये पैसे आपको अच्छा रिटर्न दे सकते हैं. यह सिर्फ कम्पाउंडिंग के जरिये ही संभव है.
SIP में निवेश कैसे करे?
एसआईपी (SIP) में निवेश शुरू करने के लिए, निवेशक को म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) में रजिस्ट्रेशन करना होता है. इसमें आवश्यक पेपर वर्क पूरा करना, KYC वेरीफिकेशन और वांछित एसआईपी (SIP) प्रकार और राशि चुनना शामिल है. सबसे अच्छी बात की अपनी पसंद के अनुसार किसी भी SIP का चयन करने निवेश कर सकते है.
चरण 1: सभी आवश्यक दस्तावेज़ तैयार रखें
SIP में निवेश करने से पहले आपको अपना Demet Account खोलना होता है, इसके लिए आपके पास सभी आवश्यक होना चाहिए. इसके लिए आवेदन करने से पहले आवश्यक सभी रिकॉर्ड तैयार रखना चाहिए, जिनमें शामिल हैं-
- आईडी प्रमाण पत्र,
- पैन कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
इसके साथ ही जो SIP कर रहा है उसका बैंक खाता विवरण सही होना चाहिए. इसके साथ ही सुनिश्चित करें कि वे सरकार द्वारा निर्धारित मौजूदा केवाईसी नियमों का पालन करते हैं।
चरण 2: एसआईपी के लिए पंजीकरण करे
आपको SIP में निवेश करने के लिए सबसे पहले किसी भारतीय ब्रोकर या वित्तीय सलाहकार से पंजीकरण करवाना होता है. जब आपका पंजीकरण पूरा हो जाता है तो अपनी आवश्यकताओं के अनुसार कई निवेश योजनाओं का चयन कर सकते हैं।
चरण 3: अपने लिए सही प्लान को चुने
SIP में निवेश करने के लिए यह सबसे महत्वपूर्ण कदम है जिसमे आपको सही SIP Plan का चयन करना होता है. निवेश करने से पहले कंपनी द्वारा प्रदान किया जाने वाल रिटर्न जरूर पता करे. सभी निवेश योजनाएं अलग-अलग हैं और कुछ में अतिरिक्त सुविधाएं और लाभ होंगे।
- कोई योजना चुनने से पहले अपने आप से पूछें
- कितना खतरा है?
- आप शेयरों की कितनी इकाइयाँ चाहते हैं?
- आप किस तरह का निवेशक हो?
चरण 4: SIP में निवेश करने के लिए आवश्यक रकम चुनें
SIP में निवेश करने के दो तरीके है, पहला आप हर महीने पैसे जमा करे या फिर साल में एक बार पूरा पैसा जमा करे. इसे साथ ही यह भी निर्धारित करना होता है की हर महीने कितने रूपए जमा करना चाहते है. जितना ज्यादा निवेश करेंगे उठा ज्यादा फायदा मिल सकता है. हालाँकि यह पूरी तरह से मार्किट में होने वाले उतार-चढ़ाव पर निर्भर करता है।
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₹4000 की SIP से कैसे बनेगा 1 करोड़ रुपये का फंड?
अगर आप हर महीने ₹4000 SIP में निवेश करते हैं और लंबी अवधि के लिए निवेश करते रहते है, तो 12% से 15% Annual Return की दर से आपका निवेश 1 करोड़ रुपये हो सकता है. नीचे टेबल में अलग-अलग अवधि और रिटर्न पर संभावित फंड ग्रोथ दी गई है:
निवेश की अवधि (Years) | 12% Return पर फंड (₹) | 15% Return पर फंड (₹) |
---|---|---|
10 साल | ₹9.29 लाख | ₹11.39 लाख |
15 साल | ₹25.23 लाख | ₹32.87 लाख |
20 साल | ₹63.47 लाख | ₹91.92 लाख |
22 साल | ₹97.39 लाख | ₹1.30 करोड़ |
25 साल | ₹1.65 करोड़ | ₹2.54 करोड़ |
SIP (Systematic Investment Plan) एक ऐसी निवेश योजना है, जिसके जरिये आप हर महीने एक निश्चित रकम को किसी भी किसी Mutual Fund Scheme में निवेश करते हैं. इस तरह से आपका छोटा निवेश कुछ सालो में बहुत बड़ा हो जाता है और लंबी अवधि होने की वजह से Compounding Interest का फायदा मिलता है।
SIP के जरिये निवेश करने के फायदे
SIP करने के बहुत सारे फायदे है, जिसमे टैक्स छूट और निवेश में आसानी शामिल है. सबसे ख़ास बात की कोई भी इसको कर सकता है. आइए SIP के अन्य फायदे को विस्तार से जानते हैं:
छोटा निवेश कर सकते है
SIP में एक निश्चित अंतराल पर नियमित रूप से एक निश्चित राशि का निवेश करना होता है, इसलिए इसमें निवेश करने के लिए धन निकालना बहुत ही आसान होता है. छोटी-छोटी राशि को लम्बे समय तक जमा करके आप बड़ी रकम हासिल कर सकते है. इसमें महज 500 रूपए से निवेश करना शुरू किया जा सकता है।
SIP में निवेश करना बहुत आसान
SIP में निवेश करना बहुत आसान है और इसमें निवेश करने के बाद किसी तरह की चिंता नहीं रहती है. अपने प्लान का चयन करने के बाद म्युचुअल फंड आपके खाते से पैसे निकालकर उसे आपके प्लान में जमा कर देता है. बार बार पैसा जमा करने की समस्या से छुटकारा मिल जाता है।
आपकी SIP का अकाउंट बैंक खाते से जुड़ा होता है, इस से हर महीने के निश्चित तारीख पर पैसा आपके बैंक अकाउंट से एक SIP वाले खाते में भेजा जाता है. अगर आप हर महीने एक हजार का निवेश कर रहे है तो आपके खाते है एक महीने 1000 रूपए काट लिए जाते है।
सुरक्षित निवेश
SIP का सबसे बड़ा फायदा यह की इसमें निवेश किया हुआ पैसा पूरी तरह से सुरक्षित रहता है. यदि आप शेयर बाजार में पैसा निवेश करते है तो बाज़ार के नीचे आने पर निवेश की राशि को नुक्सान होता है, जो की बहुत ही जोखिम भरा है. लेकिन SIP में निवेश करते है तो जोखिम कम हो जाता है. SIP में छोटा-छोटा निवेश करना होता है जो शेयर बाजार में होने वाले नुक्सान से बचाता है।

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